तकिया
बात भी तेरी गजब है
अजब सा तेरा सफर है
तन्हाई का तु हम सफर है
बात भी तेरी गजब है।
तु भी बडा आरामदायक होता है
अकेले पन मे बात सुन्ने लायक होता है
खूशीयो मे तुझे फाड देता हू
गुस्से मे तुझे झाड देता हू
गम मे तेरा लाड लेता हू।
तन्हाइयों मे तुझे बाहों मे समेटे चंद घडी बात कर लेता हू
सिरादैं रख तुझे गौद का आभास कर लेता हू।
तु भी बिना कुछ कहै सब की सुन लेता है
राज गहरे सब के अन्दर अपने भर लेता हे।
बात भी तेरी गजब है
नाम तेरा तकिया , अजब सा तेरा सफर हैं।
“””सोनु सुगंध”””” १७/०९/२०१८