तंत्र सब कारगर नहीं होते
तंत्र सब कारगर नहीं होते
ईंट- गारे से घर नहीं होते
प्यार होता जहाँ दिलों में है
उस जगह पर समर नहीं होते
डॉ अर्चना गुप्ता
तंत्र सब कारगर नहीं होते
ईंट- गारे से घर नहीं होते
प्यार होता जहाँ दिलों में है
उस जगह पर समर नहीं होते
डॉ अर्चना गुप्ता