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30 Nov 2016 · 1 min read

ढूंढ न मेरी ख्वाइशों में आइंदा अपना

ढूंढ न मेरी ख़्वाइशों मे आइंदा अपना
जब ये मेरी न हुई तेरी भी क्या होगी
****************************
कपिल कुमार
30/11/2016

Language: Hindi
Tag: शेर
272 Views
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