ढूंढ के पढ़ोगे
तुम जो कर देते हो इग्नोर मेरे लिखे जज्बात को।
कुछ समझा करो और पढा करो मेरे लिखे बात को।
अभी तो आगे बढ़ जाते हो देखकर मेरे पोस्ट को,
तुम एक रोज ढूँढ़ के पढ़ोगे मेरे हर एक करामात को।
-सिद्धार्थ
तुम जो कर देते हो इग्नोर मेरे लिखे जज्बात को।
कुछ समझा करो और पढा करो मेरे लिखे बात को।
अभी तो आगे बढ़ जाते हो देखकर मेरे पोस्ट को,
तुम एक रोज ढूँढ़ के पढ़ोगे मेरे हर एक करामात को।
-सिद्धार्थ