ढूंढ़ तो लेते अपने रिश्तों को हम,
ढूंढ़ तो लेते अपने रिश्तों को हम,
शहर में भीड़ इतनी भी न थी,
पर रोक दी तलाश हमने,
क्योंकि वो खोये नहीं बदल गए थे।
ढूंढ़ तो लेते अपने रिश्तों को हम,
शहर में भीड़ इतनी भी न थी,
पर रोक दी तलाश हमने,
क्योंकि वो खोये नहीं बदल गए थे।