ड्रैस कोड
ड्रैस कोड
मुख्याध्यापक डी पी शर्मा स्टाफ की मिटिंग लेकर “ड्रैस कोड” से संबंधित विभागीय पत्र पढ़ कर सुना रहा था।
सभी सहकर्मियों से कह रहा था, “विद्यालय में कुर्ता-पायजामा, स्किन टाइट, जीन्स-टी शर्ट व तड़क-भड़क वाले कपड़े डालना मना है।
अध्यापकों का लिबास सादा एवं सुरुचिपूर्ण होना चाहिए। मुख्याध्यापक बातें करते-करते बीड़ी के कश भी लगा रहा था।
मुख्याध्यापक ने पास बैठे अध्यापक के लिबास पर टिप्पणी करते हुए कहा, “रणधीर आपकी जीन्स व टी-शर्ट ड्रैस कोड में शामिल नहीं है।”
रणधीर प्रत्युत्तर में बोला, “मुख्याध्यापक जी मैं जीन्स व टी-शर्ट नहीं डालूंगा। आप जो बीड़ी पी रहे हो। वह ड्रेस कोड में है या नहीं।”
रणधीर की बात सुन कर सभी अध्यापक/अध्यापिकाओं ने ठहाका लगाया।
मुख्याध्यापक भी झेप मिटाने के लिए झूठी हंसी-हंसने लगा।
विनोद सिल्ला