डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
एक अबोध बालक
अरुण अतृप्त
दोस्तों जीवन बहुत विचित्र है
यहाँ सब कुछ परिस्थिति व प्रभु इच्छा अनुसार होता है
एक कहावत है
man supposes God disposes
अतः
“जो बदला जा सके उसे बदल दीजिये, 🙏
जो बदला ना जा सके उसे स्वीकार लीजिये,🙏
और जो स्वीकारा ना जा सके उससे दूर हो जाइए, 🙏
लेकिन खुद को खुश रखने की खुद की ही जिम्मेदारी है। 🙏
इसके लिए अन्य कोई जिम्मेदार 🙏 होने को तैयार होगा भी नहीं लिख लीजिए 🙏