डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
नीर भरे बदरा बरस जाते हैं
गुण होते जिस मानव में दिख जाते हैं
सौन्दर्य झोंपड़ी में भी छुप सकता नहीं
कृतित्व हमेशा से हो जाता कद से ऊंचा
ये कहते जगत भर के संत सभी रे इंसान
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
नीर भरे बदरा बरस जाते हैं
गुण होते जिस मानव में दिख जाते हैं
सौन्दर्य झोंपड़ी में भी छुप सकता नहीं
कृतित्व हमेशा से हो जाता कद से ऊंचा
ये कहते जगत भर के संत सभी रे इंसान