डॉ० विश्वनाथ मिश्र के प्रति …
स्नेहभाव पूरित हृदय, सरल सौम्य व्यवहार.
विश्वनाथजी नित्यप्रति, बरसाते थे प्यार..
शुचि संस्कारित शुद्ध मन, त्याग समर्पण भाव.
अति विनम्र गंभीरता, मोहक मृदुल स्वभाव..
हमें छोड़ कर जा बसे, उस ईश्वर के लोक.
मिले मुक्ति मनकामना, जन-जन को है शोक..
इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव ‘अम्बर’