” डीमक रूपी सरकारी अफसर “
” डीमक रूपी सरकारी अफसर ”
आज मैं थामनै राज की बात बताऊं सूं
बड़ला अधिकारियां की असल्योड़ी स्यामी ल्याऊं सूं, कोपरेटिव बैंका मैं रोज घोटाला होवैं सैं
सारी खबर सुणकी भी आलाकमान सोवैं सैं,
सारा घोटाला सयामी आग्या फेर भी चुपचाप बैठया सैं
कारवाही तो कोए करैं कोनी बात नै ओर लहकोंव सैं,
या मीनू थामने के सुणावै काळजो पाटकी आवै सै
रै ये सरकारी अफसर म्हारै बैंक नै खावै सैं,
म्हारी कुर्सियां पर बैठकीं ये काजू बादाम खावै सैं,
कोए नारियल पानी पी पींकी म्हारै ए चूनो लगावै सै,
आपणी गाडियां मैं म्हारै ए रपियां को तेल घालकीं
भाएलां नै भी टूरां पै घुमावं सैं,
मोटा दाम कमाण को मौसम आवै
जद सोसाइटी व्यवस्थापकां की स्क्रीनिंग करैं सैं, जिसने भी बणनो हो पक्को व्यवस्थापक
इण अफसरां की गोज भर ज्यावैं सैं,
बैंक आळा भी कई कर्मचारी इणकै गल्यां मिलज्यां सैं,
थोड़ा मोड़ा ड्राईफूट इणकै भी मूंह मै घलज्यां सै, ईमानदार कर्मचारी बैंक का जो ना मिलैं इणकै गल्ली,
एक साल मैं उणकां 10-12 ट्रांसफर लिकड़ज्यां सैं, जद बोट गेरण को टेम आवै
किसानां की ऋणमाफी होया करै सै,
आं टेम ये सारा मिल्योड़ा
बैंक कै डीमक ज्यूं पिलमज्यां सैं,
अनपढ गरीब किसानां का उल्टा सीधा नाम चढाकीं, कई सालां को रपियां को कोटो
एक ए बर मैं पूरो करलीं सैं,
ये अफसर भ्रष्टाचारी बैंक आळां की
सारी हां मैं हां मिलावैं सैं,
आपणै साथियां नै गलत प्रमोशन देदीं
प्रबंधक, वरिष्ठ प्रबंधक बणावै सैं,
आरसीएस के नियमां की धज्जी उड़ा की
न्यारा न्यारा विभागां का नियम चलावैं सैं,
कम्प्यूटर प्रोग्रामर नै वरिष्ठ प्रबंधक गलत बणाकीं आपणै हिसाब तै बाईलोज बणावै सैं,
साथ मिलायोड़ा कर्मचारियां नै विशेष भत्ता देकीं
सारी उम्र फी को खुवाव सैं,
समझौतै मैं छपयोड़ा नियमां पर भी
फर्जी डिग्रीयां तै लिपा-पोती करैं सैं,
करोड़ों रपियां को घौटालो करकी
बहाल होकी दोबारा लागज्यां सैं,
रै भाई इणनै कोए रोकणियों कोनी
काजू बादाम ऊपर ताई पुहचावैं सैं,
खिलाड़ियां क अधिकारां पै पाणी फेर दी
खेल शब्द न सरकारी डिक्शनरी तैं हटावैं सैं,
स्पैक्ट्रम को नाम खेलकूद धरकी
मस्ती तो खूब कर आवैं सै,
कदताई या लुकमिचाई म्हारै थारै बीच मैं चालैगी
कदे ना कदे तो बैंका की नीम हालैगी,
के करेगा उस दिन गरीब किसान आर ईमानदार कर्मचारी
क्यांकै सहारै उणकी रोजी रोटी चालैगी,
कालजे पर हाथ धर की सुणो विनती पूनिया की
डीमक म्हारै बैंक नै चाटगी सै,
गरीब किसान नै बचालो मोदी जी
खून पसीने की कमाई बैंक मैं लागरी सै।
Dr.Meenu Poonia