डा०रघुनाथ मिश्र ‘सहज’ के चुनिन्दा मुक्तक
1.रखना खुश दिल
रहना हिल मिल
तोड़ना आसान,
जोड़ना मुश्किल.
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मुश्किल से लड़ें .
ह्रिदयों से जुड़ें.
ज़मीन पर चलें,
हवा में न उड़ें.
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द्वेष बढ़ने न दें, क्रोध चढ़ने न दें . थिति जैसी भी हों, प्यार घटने न दें . @डा०रघुनाथ मिश्र ‘सहज’ अधिवक्ता /साहित्यकार (COPYRIGHT RESERVED)