##सभी पुरुष मित्रों को समर्पित ##
बुंदेली दोहा - किरा (कीड़ा लगा हुआ खराब)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
छंद मुक्त कविता : बुद्धि का उजास
ज़िन्दगी में हर रिश्ते का,
कन्यादान हुआ जब पूरा, आया समय विदाई का ।।
हमेशा कोई जगह खाली नहीं रहती,
मतदान 93 सीटों पर हो रहा है और बिकाऊ मीडिया एक जगह झुंड बना
मत फैला तू हाथ अब उसके सामने
वक्त सबको पहचानने की काबिलियत देता है,