डर
जंगल में पेड़ थे
तो
उसे डर था
कहीं से आग
ना भड़क उठे
जंगल से
पेड़ खत्म हुए
तो वीरानी ने मार डाला
इतना फ़र्क पड़ता है
किसी के
होने या ना होने से
जब तक
मैं पा ना लूँ
तब तक डरा रहूँगा
तुमको खोने से।
जंगल में पेड़ थे
तो
उसे डर था
कहीं से आग
ना भड़क उठे
जंगल से
पेड़ खत्म हुए
तो वीरानी ने मार डाला
इतना फ़र्क पड़ता है
किसी के
होने या ना होने से
जब तक
मैं पा ना लूँ
तब तक डरा रहूँगा
तुमको खोने से।