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19 Nov 2024 · 1 min read

डरना हमको ज़रा नहीं है,दूर बहुत ही कूल भले हों

डरना हमको ज़रा नहीं है,दूर बहुत ही कूल भले हों
चलते ही जाना है हमको,बीच राह में शूल भले हों
हमें हमारी यही कोशिशें,मंज़िल तक लेकर जाएंगी
नहीं हौसला हमें छोड़ना, धाराएं प्रतिकूल भले हों
डॉ अर्चना गुप्ता

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