डमरू वर्ण पिरामिड
डमरू वर्ण पिरामिड
प्रिय से बढ़कर
कौन यहाँ होगा?
मतलब से
सब नाता
रखते
अब
हैं
है
स्नेह
निराला
जिसका भी
प्रिय अमृत
उसको होना है
प्रेम बीज बोना है।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।
डमरू वर्ण पिरामिड
प्रिय से बढ़कर
कौन यहाँ होगा?
मतलब से
सब नाता
रखते
अब
हैं
है
स्नेह
निराला
जिसका भी
प्रिय अमृत
उसको होना है
प्रेम बीज बोना है।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।