डगमगाते पैर संभालो
डगमगाते पैर संभालो, तुझे हर मोड़ पे मील जाऊँगा.
वादा किया था जो तुझसे, तेरी मंज़िल से जरूर मिलवाऊँगा.
शायर- किशन कारीगर
(©काॅपीराईट)
डगमगाते पैर संभालो, तुझे हर मोड़ पे मील जाऊँगा.
वादा किया था जो तुझसे, तेरी मंज़िल से जरूर मिलवाऊँगा.
शायर- किशन कारीगर
(©काॅपीराईट)