ठिकाना बदला
लोग बदले और ये नापाक जमाना बदला।
अरसे से चला वाकया न पुराना बदला।
वक्त खराब देख परिंदे भी नही आते अब,
वक्त बदलते ही परिंदो ने ठिकाना बदला।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
लोग बदले और ये नापाक जमाना बदला।
अरसे से चला वाकया न पुराना बदला।
वक्त खराब देख परिंदे भी नही आते अब,
वक्त बदलते ही परिंदो ने ठिकाना बदला।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी