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11 Jun 2022 · 1 min read

दो पल मोहब्बत


पूनम की चांँदनी, खिलती रात की रानी,
करती यूंँ मदहोश, ठहर जा ऐ जवानी,
चंद लम्हें कर लूंँ मोहब्बत, इस जनम,
न जाने वक्त, बेवक्त गुजर जाए रवानी।

ऐ सपनों की रानी, तू यूंँ न मचल,
दे जरा संभलने, कहीं जाऊंँ न फिसल,
करने दे, दो पल मोहब्बत, सपने में सही, सपना टूटकर, बिखर जाए न ये पल।
***************
# रवानी = शीघ्रता से, धाराप्रवाह

मौलिक व स्वरचित
©® श्री रमण
बेगूसराय (बिहार)

Language: Hindi
Tag: शेर
7 Likes · 8 Comments · 460 Views
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