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7 Jul 2021 · 1 min read

ठहर जाओ ना…

कुछ पल के लिये ही सही
ठहर जाओ ना,
हकीकत में तो मुमकिन नहीं
मगर ख्वाबों में आओ ना
यूँ खामोश मत रहो
लफ्ज अपने सुनाओ ना
बेसब्र हूँ मिलने को तुमसे
आवाज देकर बुलाओ ना
हकीकत में तो मुमकिन नहीं
मगर ख़्वाबों में आओ ना।

1 Like · 2 Comments · 243 Views
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