ठण्ड बहुत है
जिंदगी की रफ़्तार धीमी हो गई,
की ठण्ड बहुत है,
आज बाहों में छुप जाओ,
की ठण्ड बहुत है,
साँसों को साँसों में खो जाने दो,
की ठण्ड बहुत है,
मुझे खुद को चुराने दो,
की ठण्ड बहुत है,
होठो की कपकपाहट रोकने दो,
की ठण्ड बहुत है,
अपने जोबन की आग जला दो,
की ठण्ड बहुत है,
“साहिब” को प्यार से निल्हा दो,
की ठण्ड बहुत है,