ठण्डी ठण्डी हवाएं जब
ठण्डी ठण्डी हवाएं जब
तन से टकराती है
तुम्हारी कोमल छुअन की
यादें ताजा कर जाती है
नम आँखों में यादों के
बादल उमड़ रहे हैं
मेरे आँखों के बादल से
लगता है..
तुम भी कहीं भीगते होगे
भीगा-भीगा मेरा मन
याद तुम्हें करता है
एक अरसा हुआ तुम से बिछुड़े
दिल अब भी
तुम से मिलने को करता है
हिमांशु Kulshrestha