ठंड की चाय का नशा
मैं अक्सर 8 बजे के बाद ही उठती हूँ जब पतिदेव अपने काम से बाहर जाते है और जाहिर है चाय वो खुद ही बनाते है l
आज हुआ कुछ अलग मैं जब उठी तो देखा कार की चाबी टेबल पर ही रखी थी तो दरवाजे की तरफ देखा वो भी खुला था तो सोचा की अभी गए नही है घर के सामने वाक कर रहे होंगे l उसके बाद सोचा एक झपकी ले लू और और झपकी आ भी गई l
कुछ देर बाद नींद खुली तो देखा चाबी वही रखी थी और पतिदेव गायब थे 9 बज़ रहा था
मेने गुस्से मे फ़ोन लगाया उनको और पुछा की “हो कहा आप ” तो बोले ड्राइविंग सिखा रहा हूँ मेने कहा चाबी तो घर पर ही है तो बोले कार और कार की चाबी दोनो मेरे पास है और अगर घर पर भी है तो संभाल कर रखो अच्छा है दो हो जायेगी कार l
फिर मेने उठकर देखा वहां चाबी नही थी और मन ही मन सोचा की ठंड की चाय का नशा भी वहकी वहकी बाते करवा सकता हैं l