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20 Dec 2020 · 1 min read

ठंड और कोरोना का अत्याचार

ठंड से सब परेशान बा
ए ठंडी मे रजाई और अलाव ही जान बा।

सबेरे त बिस्तर से उठे के मन ना करे
घर से बाहर जाये के सोचलहु पर डर लागे।

ठंडा पानी त काटे के दउरे
साल स्वेटर में ही आराम बा।

ठंड से सब परेशान बा
ए ठंडी मे रजाई और अलाव ही जान बा।

हाथ पैर सब पल्ला होता
सर्दी खासी के इ मौसम बा उपर से कोरोना के अत्याचार बा।

ए कोरोना मे सफाई की नाम पर कैसे हम रोज नहाई
बीस बीस मिनट हम कैसे हाथ धोइ इ हमके बुझात ना बा।

सेनेटाइजर लगावे के का बताई
जब लगाई लागे चढ जाइब ठंडी की फासी पर।

घर ही में रहल सबसे बढ़िया उपाय बा
का बताई ए ठंडी मे कोरोनो एगो बवाल बा।

समझ मे ना आवे का लिखत बानी
का बताई लिखल हमार बान बा।

ठंड से सब परेशान बा
ए ठंडी मे रजाई और अलाव ही जान बा।

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 526 Views
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