टूट गया गठबंधन भाई
****टूट गया गठबंधन भाई****
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गठबंधन को तोड़कर “माया” हो गई खुश!
जनमत की भावनाओं पर लीप दिया है भुश!!
लीप दिया है भुश बदल गए सारे तेवर!
नहीं मिला खाने को गठबंधन का घेवर!!
कह “सागर” कविराय जरूरी है गठबंधन!
लगा रहेगा वरना माथे हार का चंदन!!
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डॉ. नरेश “सागर”