टूटे दिलों को जोड़ने के मौक़े फिर से आते हैं
शाम ढलते ही,
उनके क़िस्से दिमाग में हलचल कर जाते हैं।
वो तो हमें छोड़ गए,
मगर हम कभी-कभी उनकी गलियों में घूम जाते हैं।
दर्द तो बहुत होता है इस दिल को,
सोचता हूं जो हुआ क्यों हुआ, क्या हो सकता था ?
लेकिन फिर दिल को समझाते हैं,
टूटे दिलों को जोड़ने के मौके फिर से आते हैं।