छल फरेब
टूटता साथ अब बनाना है !
दूरियाँ आज सब मिटाना है !
हो न अब छल फरेब आपस में !
आज विश्वास ये जमाना है !!
आलोक मित्तल उदित
रायपुर
टूटता साथ अब बनाना है !
दूरियाँ आज सब मिटाना है !
हो न अब छल फरेब आपस में !
आज विश्वास ये जमाना है !!
आलोक मित्तल उदित
रायपुर