टिकैत के आँसू
एक आँसू से
कारवाँ लगा दिया
किसान भाई ।। 1 ।।
हर कदम
एक नई जंग है
यह जिंदगी ।। 2 ।।
किसान हेतु
ताकत दिखा दिया
वह अपना ।। 3 ।।
उसका नाम
राकेश टिकैत था
टिकने वाला ।। 4 ।।
नहीं बिका वो
गद्दारों की तरह
कर दिखाया ।। 5 ।।
वह लाल था
किसानों का दुलारा
माँ भारती का ।। 6 ।।
हिसाब लेंगे
वो टिकैत के आँसू
सरकारों से ।। 7 ।।
वो आँसू नहीं
मोती थे किसानों के
भारत हेतु ।। 8 ।।
यह हौंसला
इनका कम ना हो
ये हिम्मत दो ।। 9 ।।
समय आया
अब हिसाब लेने
हिसाब होगा ।। 10 ।।
किसानों तुम
पिछे मत हटना
इस जंग से ।। 11 ।।
हम तुम्हारे
साथ हैं ये जंग में
तू लगे रहो ।। 12 ।।
हौंसला रखो
डरो न डटे रहो
जीतेंगे हम ।। 13 ।।
कवि – मनमोहन कृष्ण
तारीख – 29/01/2021
समय – 10 : 48 ( रात्रि )
संपर्क – 9065388391