Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Feb 2024 · 1 min read

टाईम पास …..लघुकथा

टाईम पास ……..

“क्या बात है रघु आज अकेले कहाँ जा रहे हो ।भाभी जी साथ नहीं ।” शर्मा जी ने पूछा ।

“अरे यार वो पीहर गई है तो सोचा क्यों न आज अकेले ही तफरीह की जाए । थोड़ा टाईम पास हो जाए। अपनी घड़ी थोड़ी पुरानी हो गई है टाईम पास तो नयी घड़ी के साथ अच्छा लगता है ।” रघु ने
कहा ।

शर्मा जी ने साथ चलते चलते कहा ” यार मैं जानता हूँ तुम्हारा टाईम पास । पत्नी के होते हुए क्यों इधर -उधर क्यों मूँह मारते हो । वो तुम्हें अपना देवता मानती है और तुम …..।”

कितना स्वार्थी इन्सान । दैहिक पूर्ति के लिए कुछ मर्द पावन रिश्तों के साथ पत्नी के विश्वास को तार तार कर देते हैं । ऐसे आचरण वालों के परिणाम बहुत भयंकर होते हैं । आखिर स्वस्थ समाज का निर्माण कैसे होगा । क्या सृष्टि की यह अनमोल कृति टाईम पास के लिए है? यही सोचते हुए शर्मा जी रघु को हेय दृष्टि से देखते हुए अपने घर की तरफ चल पड़े ।

सुशील सरना /2-2-24

153 Views

You may also like these posts

"चापलूसी"
Dr. Kishan tandon kranti
शिक्षा अर्जित जो करे, करता वही विकास|
शिक्षा अर्जित जो करे, करता वही विकास|
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
THOUGHT
THOUGHT
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
**सत्य**
**सत्य**
Dr. Vaishali Verma
अब तो इस वुज़ूद से नफ़रत होने लगी मुझे।
अब तो इस वुज़ूद से नफ़रत होने लगी मुझे।
Phool gufran
सदा साथ रहना साथिया
सदा साथ रहना साथिया
Sudhir srivastava
ଅର୍ଦ୍ଧାଧିକ ଜୀବନର ଚିତ୍ର
ଅର୍ଦ୍ଧାଧିକ ଜୀବନର ଚିତ୍ର
Bidyadhar Mantry
आओ बच्चों तुम्हे बताएं,बातें हिन्दुस्तान की,
आओ बच्चों तुम्हे बताएं,बातें हिन्दुस्तान की,
Jaikrishan Uniyal
कर्बला में जां देके
कर्बला में जां देके
shabina. Naaz
#घर की तख्ती#
#घर की तख्ती#
Madhavi Srivastava
चाहे गरदन उड़ा दें...
चाहे गरदन उड़ा दें...
अरशद रसूल बदायूंनी
रास्ते का फूल ना बन पाई तो..
रास्ते का फूल ना बन पाई तो..
Priya Maithil
The greatest luck generator - show up
The greatest luck generator - show up
पूर्वार्थ
जब लोग आपके विरुद्ध अधिक बोलने के साथ आपकी आलोचना भी करने लग
जब लोग आपके विरुद्ध अधिक बोलने के साथ आपकी आलोचना भी करने लग
Paras Nath Jha
शिक़ायत नहीं है
शिक़ायत नहीं है
Monika Arora
जहाँ जहाँ कोई उर्दू ज़बान बोलता है।
जहाँ जहाँ कोई उर्दू ज़बान बोलता है।
इशरत हिदायत ख़ान
मेरी घरवाली
मेरी घरवाली
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
जिंदगी के तूफानों में हर पल चिराग लिए फिरता हूॅ॑
जिंदगी के तूफानों में हर पल चिराग लिए फिरता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
अंतर्द्वंद्व
अंतर्द्वंद्व
रीतेश माधव
ग़ज़ल
ग़ज़ल
कवि रमेशराज
सत्य, अहिंसा, त्याग, तप, दान, दया की खान।
सत्य, अहिंसा, त्याग, तप, दान, दया की खान।
जगदीश शर्मा सहज
*राम पंथ अति उत्तम सतपथ*
*राम पंथ अति उत्तम सतपथ*
Rambali Mishra
" फेसबूक फ़्रेंड्स "
DrLakshman Jha Parimal
◆ आज का दोहा।
◆ आज का दोहा।
*प्रणय*
वो परिंदा, है कर रहा देखो
वो परिंदा, है कर रहा देखो
Shweta Soni
किसी से कम नही नारी जमाने को बताना है
किसी से कम नही नारी जमाने को बताना है
Dr Archana Gupta
दो अक्षर में कैसे बतला दूँ
दो अक्षर में कैसे बतला दूँ
Harminder Kaur
ग़ज़ल-दिल में दुनिया की पीर
ग़ज़ल-दिल में दुनिया की पीर
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
हाँ मेरी  जरुरत  हो  तुम।
हाँ मेरी जरुरत हो तुम।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
झूठ चाहें सजा के बोले कोई
झूठ चाहें सजा के बोले कोई
Dr fauzia Naseem shad
Loading...