झूठे आदर्श
झूठे आदर्शों की 3D तस्वीर,
गढ़ सकते हैं सनम हम भी बहुत से ताबीर,
हजारों रूपों में यथार्थ ढक दूं,
भ्रम की चादर ओढू,और तुम्हें भ्रम में रहने दूँ,
होते हैं यही बुलंदियों के पैमाने,
दिखती है बहुत सी तस्वीर ऐसी,
पर जीते हैं ठोकरों में ही ऐसे हर अफसाने…!!