झूठी मुहब्बत जता रहे हो। आज मिले हो तुम हमसे तो चाहत दिखा रहे हो। चंद अल्फाज़ कह के झूठी मुहब्बत जता रहे हो।। ✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️