चुनाव के बादल
झूठी झड़ी वादों की लगाने को आ गए
हम सबको फिर से उल्लू बनाने को आ गए
जबसे घिरे चुनाव के बादल हैं दोस्तों
मेढक ये टर्र टर्र सुनाने को आ गए
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 20/11/2022
झूठी झड़ी वादों की लगाने को आ गए
हम सबको फिर से उल्लू बनाने को आ गए
जबसे घिरे चुनाव के बादल हैं दोस्तों
मेढक ये टर्र टर्र सुनाने को आ गए
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 20/11/2022