झक झोरैय हैय!
झक झोरैय है!
कुछ बात मन के
झक झोरैय हैय!
भगवान कोई वर्ण के
झक झोरैय हैय!
बेटा राम दशरथ के
झक झोरैय हैय!
बेटी सीता धरती के
झक झोरैय हैय!
बेटा मंगल धरती के
झक झोरैय हैय!
भगवान खास वर्ण के
मन तोड़ैत हैय!
संतान सभ धरती के
बुझनै पड़ैत हैय!
कोना भगवान सभवर्ण के
बुझनै पड़ैत हैय!
सगुण खास वर्ण के
बुझना अबैय हैय!
निर्गुण सभ वर्ण के
रामा बुझना अबैय हैय!
स्वरचित © सर्वाधिकार रचनाकाराधीन।
रचनाकार-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सीतामढ़ी।