Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Nov 2021 · 1 min read

ज्योता वाली शेरां वाली।

डा ० अरुण कुमार शास्त्री -एक अबोध बालक – अरुण अतृप्त

माता मेरी सबसे न्यारी
ज्योता वाली शेरां वाली।

दर पे तेरे जो जो आता
नेह स्नेह वर पा जाता।

दूर रहे जो मैया तुमसे
कष्टों में जीवन को फंसाता।

एक नहीं दो नहीं तीन नहीं
गुणों की खान है मेरी मांय।

भाँति भाँति से सुख की दाती
वरद हस्त से सुख्ख प्रदाय।

जो कोई तेरे दर पे आके
मैया मोरी शीश झुकाये।

झोली भरती खुश है करती
देती छप्पर फाड़ माये।

तेरी महिमा जग है गाता
तेरे दर पर शीश है झुकाता ।

खाली कभी न जाए ओ
माये नी माये मोरी माये।

माता मेरी सबसे न्यारी
ज्योता वाली शेरां वाली।

दर पे तेरे जो जो आता
नेह स्नेह वर पा जाता।

दूर रहे जो मैया तुमसे
कष्टों में जीवन को फंसाता।

Language: Hindi
Tag: गीत
396 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all
You may also like:
विश्व कप-2023 का सबसे लंबा छक्का किसने मारा?
विश्व कप-2023 का सबसे लंबा छक्का किसने मारा?
World Cup-2023 Top story (विश्वकप-2023, भारत)
"व्याख्या-विहीन"
Dr. Kishan tandon kranti
■ मसखरी
■ मसखरी
*Author प्रणय प्रभात*
जब काँटों में फूल उगा देखा
जब काँटों में फूल उगा देखा
VINOD CHAUHAN
पाया ऊँचा ओहदा, रही निम्न क्यों सोच ?
पाया ऊँचा ओहदा, रही निम्न क्यों सोच ?
डॉ.सीमा अग्रवाल
अच्छे   बल्लेबाज  हैं,  गेंदबाज   दमदार।
अच्छे बल्लेबाज हैं, गेंदबाज दमदार।
दुष्यन्त 'बाबा'
छुट्टी का इतवार नहीं है (गीत)
छुट्टी का इतवार नहीं है (गीत)
Ravi Prakash
छेड़ कोई तान कोई सुर सजाले
छेड़ कोई तान कोई सुर सजाले
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
शिवा कहे,
शिवा कहे, "शिव" की वाणी, जन, दुनिया थर्राए।
SPK Sachin Lodhi
2550.पूर्णिका
2550.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मैं जी रहा हूँ जिंदगी, ऐ वतन तेरे लिए
मैं जी रहा हूँ जिंदगी, ऐ वतन तेरे लिए
gurudeenverma198
हर खिलते हुए फूल की कलियां मरोड़ देता है ,
हर खिलते हुए फूल की कलियां मरोड़ देता है ,
कवि दीपक बवेजा
राम को कैसे जाना जा सकता है।
राम को कैसे जाना जा सकता है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
आ रही है लौटकर अपनी कहानी
आ रही है लौटकर अपनी कहानी
Suryakant Dwivedi
जिनसे जिंदा हो,उनको कतल न करो
जिनसे जिंदा हो,उनको कतल न करो
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पहले आप
पहले आप
Shivkumar Bilagrami
इतिहास
इतिहास
श्याम सिंह बिष्ट
मैं लिखूं अपनी विरह वेदना।
मैं लिखूं अपनी विरह वेदना।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
अंदर का मधुमास
अंदर का मधुमास
Satish Srijan
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
आउट करें, गेट आउट करें
आउट करें, गेट आउट करें
Dr MusafiR BaithA
तोड़ी कच्ची आमियाँ, चटनी लई बनाय
तोड़ी कच्ची आमियाँ, चटनी लई बनाय
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
रूप कुदरत का
रूप कुदरत का
surenderpal vaidya
एक बार फिर ।
एक बार फिर ।
Dhriti Mishra
मुझको शिकायत है
मुझको शिकायत है
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
एक दूसरे से कुछ न लिया जाए तो कैसा
एक दूसरे से कुछ न लिया जाए तो कैसा
Shweta Soni
‘ चन्द्रशेखर आज़ाद ‘ अन्त तक आज़ाद रहे
‘ चन्द्रशेखर आज़ाद ‘ अन्त तक आज़ाद रहे
कवि रमेशराज
****अपने स्वास्थ्य से प्यार करें ****
****अपने स्वास्थ्य से प्यार करें ****
Kavita Chouhan
कवि के उर में जब भाव भरे
कवि के उर में जब भाव भरे
लक्ष्मी सिंह
Loading...