ज्यों गगन में चान्द चमके…बेटी चमके आंगना में
ज्यों गगन में चान्द चमके
बेटी चमके आंगना में
बेटिया साडी का आंचल
बेटिया आंखों का काजल
बेटिया चूडी की खन-खन
बेटिया मां का है दर्पण
बेटिया पूजा की थाली
बेटिया सबसे निराली
बेटिया आंगन की तुलसी
बेटिया डयोरी का दीपक
बेटिया मां – बाप का सम्मान है
बेटिया इस देश की शान है!
बेटियों को कोख में मत मार दो,
बेटियों को जीने का अधिकार दो!
लेखिका- अलका जैन, रानीपुर झांसी