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6 Oct 2024 · 1 min read

ज्यादा खुशी और ज्यादा गम भी इंसान को सही ढंग से जीने नही देत

ज्यादा खुशी और ज्यादा गम भी इंसान को सही ढंग से जीने नही देता है। दुखों का पहाड़ टूट पड़ना और फूले न सामना ये दोनो प्रबलता की सीमा पर होने पर इंसान इंसान के चैन,सुख और नींद में खलल पैदा कर देता है।

RJ Anand Prajapati

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