ज्यादा खुशी और ज्यादा गम भी इंसान को सही ढंग से जीने नही देत
ज्यादा खुशी और ज्यादा गम भी इंसान को सही ढंग से जीने नही देता है। दुखों का पहाड़ टूट पड़ना और फूले न सामना ये दोनो प्रबलता की सीमा पर होने पर इंसान इंसान के चैन,सुख और नींद में खलल पैदा कर देता है।
RJ Anand Prajapati