ज्ञान के प्रकाश सी सुबोध मातृभाष री।
गीतिका
आधार छंद -चामर /सोमवल्लरी
15वर्ण
मापनी-गाल गाल गाल गाल गाल गाल गाल गा
पिंगल सूत्र- र ज र ज र
15वर्ण
21 21 21 2 1 21 21 212
ज्ञान के प्रकाश सी सुबोध मातृभाष री।
वर्ण-वर्ण शब्द भाव मालती पलाश री।।
देवनागरी लिपी सु-भाष स्निग्ध भाव हैं,
छंद श्लोक वेद मंत्र प्राण वायु श्वास री।
सूर कालिदास कृष्ण भक्ति गीत गा रही।
प्रेमचंद लेखनी व्यथा कथा सुना रही।
दिग्दिगन्त में बिखेरती प्रभा प्रभावनी,
पूर्णिमा प्रकाश ! शुभ्र चाँदनी उजास री।
नीलम शर्मा ✍️