ज्ञान का प्रकाश
इनकी वाणी में कोमलता ,
नित्य प्रति जहां वास है ।
सभ्य आचरण और नम्रता ,
इनका जहां निवास है।।1।।
सत्य अहिंसा त्याग परखता,
इनके ये जीवन श्वास हैं ,
जीतेंगे हम हर कीमत पर,
मन में यह विश्वास है।।2।।
जीवन एक प्रतिज्ञा समझो,
क्षण क्षण में भी आस है ।
आत्मशक्ति को रख मन में,
क्यों क्यों होता निराश है ।।3।।
राष्ट्रप्रेम को जागृत करना ,
जो कर्म तुम्हारे पास है ,
मर्यादा को जीवित रखना ,
मेरी तुमसे यही आस है।।4।।
यह सारी पृथ्वी है तुमसे,
तुमसे ही आकाश है।
अंधकार को दूर भगाता ,
ज्ञान का दिव्य प्रकाश है।।5।।
स्वरचित कविता
तरुण सिंह पवार