जो होगा देखा जाएगा
जो होगा देखा जाएगा
बढ़ा लिया जो आगे कदम,
तो यह मत सोच कि पछताएगा,
अपना भाग्य तू खुद ही बनाएगा,
एक छोटा सा बीज भी कँहा जानता है,
कि इक दिन विशालकाय वृक्ष,
वह बन जाएगा,
कँहा नन्ही कली जानती है,
माला रूप में,
देव के गले में उसे पहनाया जाएगा,
जानती कँहा इक छोटी सी बून्द,
मुक़्दर उसे सीप का मोती बनाएगा,
मत घबरा,तेरा पुरुषार्थ,
तुझे मंज़िल दिलाएगा, जो होगा देखा जाएगा