जो सृजन करता है वही विध्वंश भी कर सकता है, क्योंकि संभावना अ
जो सृजन करता है वही विध्वंश भी कर सकता है, क्योंकि संभावना अंदर है मन का अलग अलग भाग है और सब अपना कार्य कर रहा है। इसे जानना होगा।
– रविकेश झा
जो सृजन करता है वही विध्वंश भी कर सकता है, क्योंकि संभावना अंदर है मन का अलग अलग भाग है और सब अपना कार्य कर रहा है। इसे जानना होगा।
– रविकेश झा