जो सिर्फ़ दिल की सुनते हैं
जो सिर्फ़ दिल की सुनते हैं
वो अक्सर टूट जाते हैं
जो सिर्फ़ दिमाग की सुनते हैं
वो अक्सर बिखर जातें हैं
जो दोनों की सुनकर
रिश्तों को महत्व देते हैं
उन्हें एक दिन दोनों
रिश्ते और पैसे मिल जाते हैं।
रिश्तों की डोर प्रेम
और विश्वास से बनती है
रिश्तों की नींव अगर कमज़ोर हो तो
दीवार ढहते देर नहीं लगती
ज़रा सी विपदा की घड़ी में टूट सकती है
रिश्ते बना लेना जितना आसान है
उतना ही मुश्किल है
रिश्तों को संभालकर रखना
पैसे कमाने के लिए दिमाग़ चाहिए
और रिश्ते कमाने के लिए
दिल और दिमाग़ दोनों चाहिए
_ सोनम पुनीत दुबे