Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2024 · 1 min read

जो शख़्स तुम्हारे गिरने/झुकने का इंतजार करे, By God उसके लिए

जो शख़्स तुम्हारे गिरने/झुकने का इंतजार करे, By God उसके लिए कभी ना गिरना और ना झुकना!
जो तुम्हें सच में चाहता होगा उसे तुम्हारा गिरना/झुकना कभी स्वीकार्य नहीं होगा!

2 Likes · 247 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अजब-गजब
अजब-गजब
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
"इस जीवन-रूपी चंदन पर, कितने विषधर लिपट गए।
*प्रणय*
"सड़क"
Dr. Kishan tandon kranti
I met myself in a weed-flower field,
I met myself in a weed-flower field,
Manisha Manjari
जुबां
जुबां
Sanjay ' शून्य'
2769. *पूर्णिका*
2769. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
#Motivational quote
#Motivational quote
Jitendra kumar
दिन रात जैसे जैसे बदलेंगे
दिन रात जैसे जैसे बदलेंगे
PRADYUMNA AROTHIYA
तालाब समंदर हो रहा है....
तालाब समंदर हो रहा है....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Some people are essential in your life. They bring light .Th
Some people are essential in your life. They bring light .Th
पूर्वार्थ
मेरी अना को मेरी खुद्दारी कहो या ज़िम्मेदारी,
मेरी अना को मेरी खुद्दारी कहो या ज़िम्मेदारी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
आर.एस. 'प्रीतम'
समाज मे अविवाहित स्त्रियों को शिक्षा की आवश्यकता है ना कि उप
समाज मे अविवाहित स्त्रियों को शिक्षा की आवश्यकता है ना कि उप
शेखर सिंह
सुबह-सुबह की चाय और स़ंग आपका
सुबह-सुबह की चाय और स़ंग आपका
Neeraj Agarwal
लोककवि रामचरन गुप्त के रसिया और भजन
लोककवि रामचरन गुप्त के रसिया और भजन
कवि रमेशराज
बस एक प्रहार कटु वचन का - मन बर्फ हो जाए
बस एक प्रहार कटु वचन का - मन बर्फ हो जाए
Atul "Krishn"
नवरात्रि (नवदुर्गा)
नवरात्रि (नवदुर्गा)
surenderpal vaidya
खारे पानी ने भी प्यास मिटा दी है,मोहब्बत में मिला इतना गम ,
खारे पानी ने भी प्यास मिटा दी है,मोहब्बत में मिला इतना गम ,
goutam shaw
अपने अपने कटघरे हैं
अपने अपने कटघरे हैं
Shivkumar Bilagrami
बसंत
बसंत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जब मैं इस धरा पर न रहूं मेरे वृक्ष
जब मैं इस धरा पर न रहूं मेरे वृक्ष
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
*नई समस्या रोजाना ही, जीवन में आ-आ जाती है (राधेश्यामी छंद)*
*नई समस्या रोजाना ही, जीवन में आ-आ जाती है (राधेश्यामी छंद)*
Ravi Prakash
సూర్య మాస రూపాలు
సూర్య మాస రూపాలు
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
"राह अनेक, पै मँजिल एक"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
उम्मीद खुद से करेंगे तो ये
उम्मीद खुद से करेंगे तो ये
Dr fauzia Naseem shad
“सभी के काम तुम आओ”
“सभी के काम तुम आओ”
DrLakshman Jha Parimal
की मैन की नहीं सुनी
की मैन की नहीं सुनी
Dhirendra Singh
हो सके तो मुझे भूल जाओ
हो सके तो मुझे भूल जाओ
Shekhar Chandra Mitra
Insaan badal jata hai
Insaan badal jata hai
Aisha Mohan
ऐसे रूठे हमसे कि कभी फिर मुड़कर भी नहीं देखा,
ऐसे रूठे हमसे कि कभी फिर मुड़कर भी नहीं देखा,
Kanchan verma
Loading...