जो लम्हे बीत गये..
वो लम्हे जो बीत गये,
वो फिर कहाँ लौटेंगे…
वो जो दुनिया छोड गये,
वो फिर कहाँ लौटेंगे.
मगर वो जो रूठा है,
जरूर मान जाएगा,
थोड़ा जो तुम मना लो,
वो खुश हो जाएगा.
जिंदगी का क्या भरोसा,
कितनी लिखी है,
राजी खुशी सब रहो,
जितने दिन बाकी हैं.