जो रे फैशन
जो रे फैशन
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आइल अजबे गजब के जमाना |
धोती छोड़ी, साड़ी पहिरे मरदाना॥
चमकेला गरवा मोतियन के हार |
फैशन से मरदन के बा कतना प्यार |
मदहोश घूमेला मरदा बनके दिवाना |
धोती छोड़ी, साड़ी पहिरे मरदाना॥ १॥
चम चम चमके पांव के जूती
सीना तानी ,बान्हि के मूठी
दे मोंछ पर ताव देखावे जमाना
धोती छोड़ी, साड़ी पहिरे मरदाना॥ २॥
झारी के झुल्फी, मारी के मुस्की
सभ गोरियन पर लेहेला चुस्की
बनी घूमेला ,भौंरा दिवाना
धोती छोड़ी, साड़ी पहिरे मरदाना॥ ३॥
जो रे फैशन में आन्हर लोगवा
देखावे शान बदलीके चोलवा
धरती “गगन” पगलाइल देख जमाना
धोती छोड़ी, साड़ी पहिरे मरदाना॥ ४॥
——————✍गणपति सिंह गगन
छपरा बिहार