जो रास्ता उसके घर की तरफ जाता है
जो रास्ता उसके घर की तरफ जाता है
फिर फिर उसकी मुझे याद दिलाता है ।
बहुत मुश्किल है दरिया से पार हो पाना
जो इश्क करता है वो बहुत पछताता है ।
मैं भी उसको कब का भूल जाता लेकिन
वह ख्वाबों में कई बार लौटकर आता है
✍️कवि दीपक सरल