जो भगवान श्रीकृष्ण अपने उपदेश में “धर्मसंस्थापनार्थाय संभवाम
जो भगवान श्रीकृष्ण अपने उपदेश में “धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामि युगे-युगे” कहकर युगों-युगों तक धर्म की रक्षा का वचन दे चुके हैं उन्हीं के वंशज आज वामपंथियों की विकृत मानसिकता का शिकार होकर ‘मलमूत्र निवासी’ गैंग में सम्मिलित होकर धर्म को मिटाने में लगे हैं। वह कृष्ण के वंशज न होकर महिसासुर के वंशज बनने में गर्व महसूस करते हैं।
जय हो दादा श्रीकृष्ण की!