जो बिना भय, कूद जाता है l मुक्तक चौपाई
मुक्तक
जो बिना भय, कूद जाता है l
तैरना बस, उसे आता है ll
जीवन, सहज डूबता रहता l
जब सहज, भय भरा होता है ll
चौपाई
जो बिन डरे, कूद है जाता l
बस तैरना, उसे है आता ll
जीवन, सहज डूबता रहता l
जब भय सहज, भरा है होता ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न