जो नहीं हुआ, माफी है l
जो नहीं हुआ, माफी है l
जो हुआ सही काफी है ll
मस्ती सुस्ती, सस्ती है l
चुस्ती सही अशरफी है ll
प्रीत प्रेत में कम अंतर l
बड़ी ही नाइंसाफी है ll
मिट जाते, मिटने ना दे l
वही सही, गद्दाफी है ll
क्षति का बदला अति क्षति हो l
ये ना सही तलाफ़ी है ll
कहे हम सहज सूफी है ll
ओ इश्क बेवकूफी है ll
शून्य ब्रह्मांड, बिना फर्क l
वही तो सही सूफी है ll
अगर मिलन को माफी है l
तेरी प्यास ही काफी है ll
अरविन्द व्यास “प्यास”