जो दिख जाती है, तेरी एक झलक l
जो दिख जाती है, तेरी एक झलक l
जीवन पहुंच जाता है, इश्क तलक ll
जो दिन में ना दिखे है, तेरी झलक l
मेरे नयन नयन, जाते छलक छलक ll
जो तेरी लम्बे अरसे, न मिले झलक l
सदा के लिए बंद होगी पलक पलक ll
सदा सहज सम्मुख रह, दे झलक झलक l
जीवन रहे सुखों का, चुम्बक चुम्बक ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न