Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jul 2020 · 1 min read

जो थोड़ा स्वाभिमानी हो

जो तुम्हे न कभी सम्मान दिया
अवसर पाकर अपमान किया
उसपर इतना न शोर करो।
केवल उसको इग्नोर करो।
जिसकी नजर में आपका मान नहीं
मत जाओ जहाँ सम्मान नहीं ।
पर बचकर रहो दिखावे से
अपनेपन के बहकावे से ।
जो थोड़ा भी स्वाभिमानी हो
अपने गौरव का मानी हो।
जिसमें थोड़ा भी पानी हो।
जो मान की कीमत जानी हो।
वह कभी न सर को झुकाएगा
सम्मान हेतु मर जाएगा ।

विन्ध्य प्रकाश मिश्र विप्र

Language: Hindi
5 Likes · 4 Comments · 363 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मन में एक खयाल बसा है
मन में एक खयाल बसा है
Rekha khichi
इस देश की ख़ातिर मिट जाऊं बस इतनी ..तमन्ना ..है दिल में l
इस देश की ख़ातिर मिट जाऊं बस इतनी ..तमन्ना ..है दिल में l
sushil sarna
"आईना सा"
Dr. Kishan tandon kranti
खुद का वजूद मिटाना पड़ता है
खुद का वजूद मिटाना पड़ता है
कवि दीपक बवेजा
राम का आधुनिक वनवास
राम का आधुनिक वनवास
Harinarayan Tanha
जिंदगी में पीछे देखोगे तो 'अनुभव' मिलेगा,
जिंदगी में पीछे देखोगे तो 'अनुभव' मिलेगा,
Shubham Pandey (S P)
दूध वाले हड़ताल करते हैं।
दूध वाले हड़ताल करते हैं।
शेखर सिंह
केवल “ॐ” कार है
केवल “ॐ” कार है
Neeraj Mishra " नीर "
वर्षों जहां में रहकर
वर्षों जहां में रहकर
पूर्वार्थ
अगर ना मिले सुकून कहीं तो ढूंढ लेना खुद मे,
अगर ना मिले सुकून कहीं तो ढूंढ लेना खुद मे,
Ranjeet kumar patre
छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना
छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना
gurudeenverma198
पथ सहज नहीं रणधीर
पथ सहज नहीं रणधीर
Shravan singh
****स्वप्न सुनहरे****
****स्वप्न सुनहरे****
Kavita Chouhan
3357.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3357.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
सिखों का बैसाखी पर्व
सिखों का बैसाखी पर्व
कवि रमेशराज
मोदी एक महानायक
मोदी एक महानायक
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
बारिश ने बरस कर फिर गुलशन को बदल डाला ,
बारिश ने बरस कर फिर गुलशन को बदल डाला ,
Neelofar Khan
अगर दिल में प्रीत तो भगवान मिल जाए।
अगर दिल में प्रीत तो भगवान मिल जाए।
Priya princess panwar
सच तों आज कहां है।
सच तों आज कहां है।
Neeraj Agarwal
#शेर-
#शेर-
*प्रणय प्रभात*
आज मंगलवार, 05 दिसम्बर 2023  मार्गशीर्ष कृष्णपक्ष की अष्टमी
आज मंगलवार, 05 दिसम्बर 2023 मार्गशीर्ष कृष्णपक्ष की अष्टमी
Shashi kala vyas
“गर्व करू, घमंड नहि”
“गर्व करू, घमंड नहि”
DrLakshman Jha Parimal
वो आया इस तरह से मेरे हिज़ार में।
वो आया इस तरह से मेरे हिज़ार में।
Phool gufran
नया से भी नया
नया से भी नया
Ramswaroop Dinkar
ऋतु शरद
ऋतु शरद
Sandeep Pande
एक अरसा लगता है
एक अरसा लगता है
हिमांशु Kulshrestha
मिरे मिसरों को ख़यालात मत समझिएगा,
मिरे मिसरों को ख़यालात मत समझिएगा,
Shwet Kumar Sinha
“लिखें तो लिखें क्या ?”–व्यंग रचना
“लिखें तो लिखें क्या ?”–व्यंग रचना
Dr Mukesh 'Aseemit'
यहा हर इंसान दो चहरे लिए होता है,
यहा हर इंसान दो चहरे लिए होता है,
Happy sunshine Soni
*मतदाता को चाहिए, दे सशक्त सरकार (कुंडलिया)*
*मतदाता को चाहिए, दे सशक्त सरकार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...