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11 Jul 2020 · 1 min read

जो थोड़ा स्वाभिमानी हो

जो तुम्हे न कभी सम्मान दिया
अवसर पाकर अपमान किया
उसपर इतना न शोर करो।
केवल उसको इग्नोर करो।
जिसकी नजर में आपका मान नहीं
मत जाओ जहाँ सम्मान नहीं ।
पर बचकर रहो दिखावे से
अपनेपन के बहकावे से ।
जो थोड़ा भी स्वाभिमानी हो
अपने गौरव का मानी हो।
जिसमें थोड़ा भी पानी हो।
जो मान की कीमत जानी हो।
वह कभी न सर को झुकाएगा
सम्मान हेतु मर जाएगा ।

विन्ध्य प्रकाश मिश्र विप्र

Language: Hindi
5 Likes · 4 Comments · 376 Views
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