जो जुल्फों के साये में पलते हैं उन्हें राहत नहीं मिलती।
जो जुल्फों के साये में पलते हैं उन्हें राहत नहीं मिलती।
मौहब्बत करके भी उनको मौहब्बत नहीं मिलती ।
तेरे रुकसार पे जाने ये कैसी कशिश है दिलवर ।
मौहब्बत करने बालो को फिर ज़मानत नहीं मिलती ।
Phool gufran